क्या सूरज की रोशनी दिमाग को बना सकती है तेज!

सूरज की रोशनी आपके दिमाग को तेज कर सकती है। हाल ही में हुए एक शोध में ये सामने आया कि सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आने से मस्तिष्क में सेरोटोनिन नामक हार्माेन का स्राव बढ़ जाता है। सेरोटोनिन मूड को बढ़ाने और एक व्यक्ति को शांत और केंद्रित महसूस करने में मदद करता है। सूरज की रोशनी मूड को बेहतर रखती है और मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति जैसे अवसाद आदि में भी सुधार कर सकती है। सूरज की रोशनी के बिना, सेरोटोनिन का स्तर गिर सकता है। जो कि आपके दिमाग के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है।

शोध में ये भी कहा गया कि जो लोग सर्द इलाकों में रहते हैं। साथ ही कम धूप की संपर्क में आते हैं, उनके अवसाद से ग्रस्त होने की संभावना अधिक होती है। इसलिए ये बात तय है कि सूर्य की किरणे आपके दिमाग के लिए बहुत जरूरी है। चलिए जानते हैं सूरत की रोशनी की कुछ अन्य फायदों के बारे मेंः

सूरज और मजबूत हड्डियां

सूरज को विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। विटामिन डी हमारे शरीर को कैल्शियम को प्रभावी ढंग से संसाधित करने में मदद करता है। जो कि स्वस्थ हड्डियों के लिए आवश्यक है। हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी ऑस्टियोपोरोसिस, ऑस्टियोमलेशिया और अन्य हड्डियों की बीमारियों का खतरा बढ़ा देती हैं। कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि लंबे समय तक सूर्य के संपर्क में न आने वालों की हड्डियां इतनी कमजोर हो जाती हैं कि थोड़ी सी चोट से फ्रैक्चर हो सकती हैं।

आपकी त्वचा और धूप

सूर्य के प्रकाश के संपर्क में त्वचा में एक ऐसा रसायन पैदा होता है जो एक्जिमा के लक्षणों को कम करता है। साथ ही त्वचा में सूजन को भी कम करता है। अध्ययनों में पाया गया कि यह त्वचा की कोशिकाओं की वृद्धि की दर को धीमा करके सोरायसिस का इलाज करने में भी मदद करता है। हालाँकि, आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि आप अपने आप को ओवर-एक्सपोज़ न करें क्योंकि सूरज की रोशनी से त्वचा की समस्याओं का भी खतरा रहता है।

दिल की सेहत

सूरज की रोशनी आपके दिल के स्वास्थ्य में सुधार कर सकती है। शोध ने साबित किया है कि धूप के कई हृदय संबंधी लाभ हैं। दरअसल सूरज की रोशनी हमारी त्वचा पर पड़ती है, तो नाइट्रिक ऑक्साइड नामक एक यौगिक हमारी रक्त वाहिकाओं में बनता है। नाइट्रिक ऑक्साइड रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है। उच्च रक्तचाप हृदय की बीमारियों के साथ-साथ शरीर में स्ट्रोक, चयापचय सिंड्रोम और टाइप 2 मधुमेह का प्रमुख कारण हैं।

मोटापे से बचाती सूरज की रोशनी

अधिक वजन की समस्या से निपटने में सूरज की रोशनी उपयोगी साबित हो सकती है। एक अध्ययन से पता चला है कि सर्दियों में वजन बढ़ने का एक कारण सूर्य के प्रकाश की अनुपस्थिति होती है। इस अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने पाया कि त्वचा के नीचे का सफेद वसा ऊतक, जो मनुष्यों में प्रमुख वसा का भंडार है, पूरे शरीर के चयापचय को नियंत्रित करने में मदद करता है। सफेद वसा कैलोरी को स्टोर करता है जो आदर्श रूप से ऊर्जा के लिए जलाए जाते हैं। इसलिए जब यह निष्क्रिय होता है तो यह मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग जैसे विकारों को जन्म दे सकता है। सर्दियों में सुबह के समय सूरज की रोशनी मे लगभगं 20 मिनट बैठना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

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